नई दिल्ली, 05 जनवरी: भारत में मेट्रो नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है और अब यह 1000 किलोमीटर के आंकड़े को पार कर चुका है। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले इस देश में मेट्रो रेल नेटवर्क तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है, जो चीन और अमेरिका के बाद सबसे बड़ा है।
दिल्ली मेट्रो की शुरुआत 2002 में हुई थी, जबकि भारत की पहली मेट्रो 1984 में कोलकाता में चली थी। 2014 में देश में मेट्रो नेटवर्क केवल 248 किलोमीटर था और यह सिर्फ 5 राज्यों के 5 शहरों तक सीमित था। लेकिन मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से मेट्रो नेटवर्क में चार गुना वृद्धि हुई है। आज मेट्रो और नमो भारत नेटवर्क 23 शहरों में फैला हुआ है और लगभग 1000 किलोमीटर की मेट्रो रेल परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।
वर्तमान में मेट्रो में प्रतिदिन 1 करोड़ से अधिक यात्री सफर करते हैं, जबकि 2014 में यह संख्या केवल 28 लाख थी। मेट्रो ट्रेनों का आवागमन भी 2014 की तुलना में 3 गुना बढ़कर अब प्रतिदिन 2.75 लाख किलोमीटर हो गया है।
भारत का मेट्रो नेटवर्क अब दुनिया के प्रमुख नेटवर्क्स में शामिल हो चुका है, और इसके विस्तार से नागरिकों को सुरक्षित और तेज यात्रा का लाभ मिल रहा है।
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