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पाकिस्तान: तहरीक-ए-लब्बैक का हिंसक प्रदर्शन, हालात बेहद तनावपूर्ण

अक्टूबर 10, नई दिल्ली:   पाकिस्तान के लाहौर समेत कई शहरों में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा सेना और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने से तनाव भी बढ़ गया है।  लाहौर में पंजाब प्रशासन TLP कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि घटनास्थल से गोलीबारी, भारी फायरिंग में कई लोगों के घायल होने की खबर है।    प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई में एसिड का भी इस्तेमाल किया। वहीं, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जो सरकार के लिए असंतोष और अशांति को काबू में करना चुनौतीपूर्ण बना रही है।  अधिकारियों का कहना है कि हालात गंभीर हैं और प्रशासन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।  

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिन की शुरुआत होती है वृक्षारोपण से




नई दिल्ली, 04 जनवरी: आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रही है, और इससे निपटने के लिए सरकारें और संस्थाएं लगातार प्रयास कर रही हैं। भारत भी इस गंभीर चुनौती से निपटने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस दिशा में विशेष रूप से सक्रिय रहे हैं। पिछले चार सालों से वह न सिर्फ खुद वृक्षारोपण कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने फरवरी 2021 में भोपाल में वृक्षारोपण की शुरुआत की थी, और तब से वह हर दिन कम से कम एक पेड़ जरूर लगाते हैं। उनका यह पर्यावरण प्रेम केवल व्यक्तिगत प्रयासों तक सीमित नहीं है। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर उन्होंने इस मुहिम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लिया है। 

वह बताते हैं कि वृक्षारोपण न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद करता है, बल्कि यह ग्लोबल वार्मिंग जैसी गंभीर समस्या से निपटने में भी अहम भूमिका निभाता है। केंद्रीय मंत्री का मानना है कि हर व्यक्ति को विशेष अवसरों पर वृक्षारोपण करना चाहिए। उनका कहना है कि वृक्षारोपण से वातावरण में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहद जरूरी है।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, हमें वृक्षारोपण को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए, विशेष दिनों पर भी यह कार्य करना चाहिए। यह न सिर्फ पर्यावरण को सुरक्षित रखता है, बल्कि हमारे जीवन को भी सुधारता है।

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